दोस्तों छत्तीसगढ़ एरिया में अभी फिलहाल बारिश की इतनी समस्या हो गई है कि अब धान की फसल भी जवाब देना चालू कर दिए हैं अब कई क्षेत्रों में फसल खराब होना चालू हो गया है।
अब लगता है ब्यासी कर पाना मुश्किल है क्योंकि व्यासी करने लायक अब पानी ही नहीं बचा है पूरी तरह से खेत सूख चुके हैं।
धान की फसल में एक महीने बाद का समय पेड़ के पूरे विकास का होता है इसमें फसल पूरी तरह से फैलता है इसके कल्लो का विकास होता है और इसी समय बारिश की समस्या आन पड़ी है।
तो ऐसे में अब Dhan ki fasal पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है अब उत्पादन पूरी तरह से गिर जाएगा तो फसल को बचाने के लिए एक बार बारिश का होना बहुत जरूरी है तभी फसल अच्छी तरह से पक पाएगा और अभी तो हाल पूरा बुरा हाल हो चुका है तो आशा करते हैं बारिश एक बार जरूर होगी और जमकर होगी।
ब्यासी कर पाना मुश्किल
धान लगने के 1, 2 महीने बाद या यूं कहें तो हरियाली त्यौहार का समय छत्तीसगढ़ में ब्यासी का समय होता है अभी खेतों में पानी नहीं होने के कारण byasi कर पाना भी मुश्किल हो गया है।
क्योंकि इसके लिए खेत में थोड़ा बहुत पानी का भराव बहुत जरूरी होता है और ब्यासी से फसल और जड़ को फैलने में काफी मदद मिलती है ।
तो इस वर्ष byasi कर पाना अब मुश्किल हो चुका है क्योंकि अब मोटर पंप जवाब देना चालू कर दिया है और अभी ज्यादातर किसानों के पास मोटर पंप है ही नहीं।
खेत सूखने लगे हैं
कई बार ऐसा होता है कि हमेशा खेत पानी से लबालब रहता है लेकिन इस वर्ष छत्तीसगढ़ मे तो पानी का नामोनिशान नहीं है पूरी तरह से खेत सूखने लगे हैं।
अब खेतों में पानी बिल्कुल नहीं है तो एक बार बारिश होना बहुत जरूरी है तभी धान की फसल अच्छे से पक पाएगी फिलहाल तो खेत सूखे ग्रस्त का शिकार होने लगा है।
धान में कल्लो का विकास बाधित
Dhan ki fasal में अगस्त महीना या यूं कहे तो फसल लगाने के एक महीने बाद का समय धान के विकास का समय होता है इसी समय फसल विकास करता है इसके kallo का विकास होता है तो अभी बारिश की समस्या के कारण पौधों में कल्लो का विकास भी रुक गया है और पौधा मरने लगा है।
तो दोस्तों हम भगवान से यही आशा करते हैं कि इस वर्ष भी बारिश अच्छी से अच्छी हो जाए जिससे फसल पूरी तरह से पक सकें अभी आपके एरिया में फसल का क्या हाल है हमें कमेंट के माध्यम से जरूर बताएं।
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